देश में भ्रष्टाचार चरम पर है ,हमारे देश के नेताओं के अन्दर भ्रष्टाचार खून बनकर दौड़ रहा है !आज स्पीक एशिया जिस स्थिति का सामना कर रही है ,जिन संघर्षों से गुजर रही है ,वो सभी समस्याएं इन्ही लोगों द्वारा पैदा की गयी हैं ,क्यों पैदा की गयी हैं ये आप भी जानते हैं और हम भी !!ये लोग स्वार्थ के वशीभूत होकर कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहते हैं ,इनका कोई ईमान नहीं है कोई धर्म नहीं है एवं इनकी कोई जाति भी नहीं है ! इनका जाति, धर्म ,ईमान सभी कुछ पैसा है ,पैसे के लिए ये कुछ भी कर सकते हैं क्योंकि पैसा ही इनके लिए सब कुछ है, इनको अपने सुख सुविधा के अलावा कुछ भी नहीं दिखता है !
इनको देश से कोई मतलब नहीं है इनकी बातें बड़ी-बड़ी होती है ,मीटिंग्स भी ये वातानुकूलित कक्ष में बैठकर करते हैं!! ये आतंकवाद को पनाह देते हैं, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं!! फिर भी हम लोग इनके हाथ में देश की बागडोर सौंपकर निश्चिंत होना चाहते हैं !
'स्पीक एशिया' जिसने लोगों की सोच बदली, लोगों को रोजगार दिया ,जीवन जीने का हौसला पैदा किया एवं सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस काम (कम्पूटर शिक्षा) पर सरकार अरबों रुपये खर्च कर रही है ,फिर भी रिजल्ट खाली, उसका ज्ञान लोगों को कब हो गया पता ही नहीं चला!!!
जाहिर सी बात है कि स्पीक एशिया ने अभी तक इस देश का कोई भी नुकसान नहीं किया है, सिर्फ भला ही किया है, जब तक स्पीक एशिया का काम सुगमतापूर्वक चल रहा था इस देश में अपराध घट गया था चैन एस्नेचिंग ,लूट आदि वारदातें काफी पड़ गयी थीं इन सब कामों को अंजाम देने वाले लोग सर्वे भरकर पैसा कमाने में लगे हुए थे क्यों कि कोई भी हो मजबूरी में ही अपनी जान जोखिम डालता है !!क्या ये किसी उपलब्धि से कम था मेरे ख्याल से बहुत बड़ी उपलब्धि थी ये इस देश के लिए !पर इस देश में कुछ अच्छा हो जाए इन भ्रष्ट माननीयों को तकलीफ न हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता !
कम्पनियाँ और भी है जिन्होंने टोटल फर्जीवाड़ा किया है पर उनसे किसी को कोई शिकायत नहीं है ,उनकी कोई भी जांच नहीं हो रही है उनके पीछे EOW की कोई भी ब्रांच नहीं लगी है, क्योंकि उनलोगों द्वारा इनलोगों को वो मुहैया करवाया गया जो इनको चाहिए था !! वाह रे हिन्दुस्तान कोई इसलिए मरता है कि उसका खाना ज्यादा हो गया था, कोई इसलिए मरता है कि उसको खाना ही नहीं मिला ""
स्पीक एशिया को यहाँ से भगाने का सपना कोई और भी देख रहा है और वो है N-MART के C.M.D. मिस्टर गोपाल शेखावतजी और हाँ इन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन भी बनाया हुआ है ये उसके प्रेसिडेंट है पर हैं पक्के भ्रष्टाचारी इनको अपने फायदे के अलावा कुछ भी नहीं दिखता है और चले हैं लोगों के अधिकारों कि रक्षा करने ,ये इतनी पहुंची शख्सियत हैं कि अगर स्पीक एशिया का मैटर नहीं होता तो शायद कोई इन्हें जनता भी नहीं !! किरीट सोमैया जी इन्हीं के द्वारा पोषित पालित इन्हीं कि एक ब्रांच है , जो कि पैसे खाकर वही बोल रहे है जो उनसे बुलवाया जा रहा है अभी जो दूसरी घटना तारक जी के साथ हुई है!
इन्हीं लोगों के द्वारा बनायीं गयी रणनीति का हिस्सा है ये लोग किसी भी तरीके से येनकेन प्रकारेण स्पीक एशिया को यहाँ से भगाने में लगे हुए हैं ये बात आप सभी लोग समझने कि चेष्टा कीजिये, आप लोगों में काफी लोग इस बात को समझ भी रहे हैं!
मैं जानता हूँ कि कम्पनी को कोई भी स्पीक एशियन फ्राड नहीं कह रहा है, पर अपनी कुछ समस्याओं से जूझते- जूझते कुछ हमारे अपने हिम्मत हार रहे हैं ,उनसे मेरा विनम्र निवेदन है कि आपलोग हौसला बनाये रखें ईश्वर निश्चित ही हमारा साथ देगा ,कम्पनी जल्द ही आरोपमुक्त होकर अपना काम फिर से पूर्ववत चालू कर देगी!
हमारे ये सकारात्मक विचार कम्पनी को कम्पनी से जुड़े हुए लोगों को एक ताक़त देंगे जिससे कि आगे कि लड़ाई आसान होगी इस समय हमें एकजुटता का परिचय देना ही होगा!! ये हमारी एकजुटता ही इन भ्रष्ट लोगों के मनोबल को तोड़कर रख देगी वैसे भी ये लोग इतना सब कुछ करने के बावजूद हमारा मनोबल देखकर घबराये हुए हैं !
अब जो भी होगा वो हमारे हित में ही होगा! बाकी लीगल फर्में जो कि कम्पनी द्वारा अनुमोदित है बराबर लगी हुई हैं कम्पनी की काफी समस्याएं निपट चुकी हैं थोड़ी बहुत जो बचीं हैं वो भी बहुत जल्द ही निपट जायेंगी !!!
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