जून के महीने में ही मेने ज्योतिष शाष्त्र के अनुसार स्पीक एशिया के विषय में जान कारी हांसिल की थी परन्तु मेने कभी भी इसका जिक्र किसी से या सार्वजानिक रूप से नहीं किया था. चूँकि अब स्पीक एशिया के समय चक्र को ले कर लोग खुल कर सामने आ ही गए है, और लोगो का विश्वास भी बढ़ा है , इन सब बातों को मद्दे नज़र रखते हुए मेने सोचा की जो जानकारी मेरे पास है वो अब आपके सामने उजागर कर दी जाये.
मेने ये जानकारिया अपने पूजनीय पिताजी श्री आर एल मोरवाल, जो एक अछे ज्योतिश्चार्य है, उनसे प्राप्त की है. उनका कहना है की नवम्बर माह के दुसरे पक्ष में स्पीक एशिया के ऊपर से बदनामी के मंडराएं बादल छटने लगेंगे और पहले के तरह से काम काज शुरू होने लगेगा. इस दौरान कुछ दिक्कते भी आयेंगी लेकिन वो आयेंगी और जाएँगी. कुछ आपसी मतभेद भी उत्पन हो सकते है.लेकिन दिसम्बर माह के आते आते ये बादल छट जायेंगे और काम काज धीमी गति से शुरू हो जायेगा. परन्तु मकर सक्रांति के पश्चात् स्पीक एशिया का कार्य उसी गति तो प्राप्त कर लेगा जो गयारह मई २०११ से पहले थी.
इश्वर करे ये सब सत्य हो और एक बार फिर से स्पीक एशिया "शताब्दी एक्सप्रेस " की स्पीड से दौढ़े और सत्य के साथ साथ हमारे विश्वास के जीत हो और हमारे घरों में खुशहाली का दौर शुरू हो और " सत्यमेव जयते " चरित्रार्थ हो सके.
धन्यवाद
आपका शुभ चिन्तक
कुक्कू मोरवाल
रोहिणी
दिल्ली
8802028287
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